Day: July 4, 2020

श्रीराधा कृपा कटाक्ष स्तोत्र

मुनीन्दवृन्दवन्दिते त्रिलोकशोकहारिणी, प्रसन्नवक्त्रपंकजे निकंजभूविलासिनी।व्रजेन्दभानुनन्दिनी व्रजेन्द सूनुसंगते, कदा करिष्यसीह मां कृपा-कटाक्ष-भाजनम्॥ (१) भावार्थ : समस्त मुनिगण आपके चरणों की वंदना करते हैं, आप तीनों लोकों का शोक दूर करने वाली हैं, आप प्रसन्नचित्त प्रफुल्लित मुख कमल वाली हैं, आप धरा पर निकुंज में विलास करने वाली हैं। आप राजा वृषभानु की राजकुमारी हैं, आप ब्रजराज नन्द …

श्रीयुगल-कीर्तन स्तुति

।।श्री राधाबल्लभो जयति।। जय राधे जय राधे राधे, जय राधे जय श्री राधे।। जय कृष्णा जय कृष्णा कृष्णा, जय कृष्णा जय श्री कृष्णा।। जय राधे… श्यामा गोरी नित्य किशोरी,  प्रीतम जोरी श्री राधे।। रसिक रसीलौ छैलछबीलौ,  गुन गरबीलौ श्री कृष्णा।। जय राधे… रासबिहारिनि रसविस्तारिनि, पिय उर धारिनि श्री राधे।। नव-नव रंगी नवल त्रिभंगी, श्याम सुअंगी …

श्री गुरू महिमा

मनोज शर्मा भारतीय सभ्यता संस्कृति के पांच आधार स्तम्भ हैं :  गंगा, गाय, गीता, गायत्री और गुरू। इनके बिना भारतीय संस्कृति की कल्पना भी नहीं की जा सकती। सात समुद्र की मसि करूँ, लेखनी सब बनराय। धरती सब कागद करूँ, गुरु गुन लिखा न जाय।। कबीरदासजी ने कहा है कि ‘सातों समुद्रों के पानी को स्याही, सारे जंगलों …