ब्रज के राजा दाऊ दयाल ब्रह्मांड नायक परात्पर परब्रह्म भगवान विष्णु के आधारभूत शैय्या रूप भगवान शेषनाग ने द्वापर युग में श्रीवसुदेवजी की सातवीं संतान और श्रीकृष्ण के बड़े भाई भगवान बलभद्र के रूप में ब्रज मंडल में अवतार लिया। श्रीबलरामजी श्रीकृष्ण की समस्त लीलाओं में, उनके सभी कार्यों में उनके सहयोगी रक्षक मार्गदर्शक भय …
Month: August 2020
श्रीराधा-कृष्ण की सर्व प्रधान सखी श्री ललिता जी की जयंती ‘श्रीललिता षष्ठी’ पर विशेष आलेख
श्रीललिता सखी ही हैं, त्रिपुर सुन्दरी ललिताम्बा श्रीराधारानी की आठ अति प्रिय सखी मानी गई हैं, जिनकी जन्मस्थली भी श्रीराधारानी की जन्मस्थली बरसाना के आसपास के आठ गांवों में मानी जाती है। इन आठों सखियों में से श्रीराधाजी की सबसे प्रधान सखी श्रीललिता सखी का जन्मस्थान बरसाना के पश्चिम में दो-तीन किलोमीटर की दूरी पर …
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं।आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं,श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं।बाल कृष्ण तेरी आरती गाऊं॥ मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे।प्यारी बंसी मेरो मन मोहे।देख छवि बलिहारी मैं जाऊं।श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥ चरणों से निकली गंगा प्यारी,जिसने सारी दुनिया तारी।मैं उन चरणों के दर्शन पाऊं।श्री बांके …
(श्री राधा-रानी जी के मन्दिर, बरसाना की मुख्य आरती) गाओ सखी आरती प्रियतम और प्यारी की।भानु दुलारी की, गिरिवर धारी की, हो रास बिहारी की।। गाओ सखी आरती प्रियतम और प्यारी की… कंचन थार कपूर सजाओ, धूप दीप करि चंवर डुरावौबलि-बलि जाऊँ सखी, प्रियवर और प्यारी की।भानु दुलारी की, गिरिवर धारी की, हो रास बिहारी …
आरती युगलकिशोर की कीजै।तन मन धन न्योछावर कीजै॥ गौरश्याम मुख निरखन लीजै।हरि का रूप नयन भरि पीजै॥ रवि शशि कोटि बदन की शोभा।ताहि निरखि मेरो मन लोभा॥ ओढ़े नील पीत पट सारी।कुंजबिहारी गिरिवरधारी॥ फूलन सेज फूल की माला।रत्न सिंहासन बैठे नंदलाला॥ कंचन थार कपूर की बाती।हरि आए निर्मल भई छाती॥ श्री पुरुषोत्तम गिरिवरधारी।आरती करें सकल …
आरती बालकृष्ण की कीजै, तन मन प्राण, न्योछावर कीजै। श्री यसुदा को परम दुलारो, बाबा की आंखिन को तारो,गोपिन के प्राणन ते प्यारो, इन पर प्राण न्योछावर कीजै।आरती श्रीबालमुकुन्द जी की कीजै… बलदाऊ को छोटो भैया, कनुआ कही-कही बोले याकी मैया,परम मुदित मन लेत बलैया, अपनों सरवस इनको दीजै।।आरती श्रीबालकृष्ण जी की कीजै… श्री राधावर …
नमस्ते परमेश्वरि रास मण्डल वासिनी।रासेश्वरी नमस्तेस्तु कृष्ण प्राणाधिक प्रिये।। नमस्त्रैलोक्य जननि प्रसीद करुणार्णवे।ब्रह्मविष्ण्वादिभिर्देवैर्वन्धमान पदाम्बुजे।। नमः सरस्वती रूपे नमः सावित्रि शंकरि।गंगा पप्रवति रूपे षष्ठि मंगल चण्डिके।। नमस्ते तुलसी रूपे नमो लक्ष्मी स्वरूपिणी।नमो दुर्गे भगवति नमस्ते सर्वरूपिणी।। मूल प्रकृति रूपां त्वां भजामिः करुणार्णवाम्।संसार सागरादास्मानुद्धाराम्ब दयां कुरु।। इदं स्तोत्रं त्रिसंध्यं य पठेद्राधास्मरन्नार:।न तस्य दुर्लभं किंचित् कदाचिच्च भविष्यति।। देहान्ते न …
श्री गणेश चतुर्थी के पुण्य अवसर पर ‘श्री हरि कृपा डॉट काॅम‘ (http://sriharikripa .com) के तत्वावधान में गुलमोहर पार्क नई दिल्ली निवासी सौम्या शर्मा ने अपने निवास स्थान पर गणपति स्थापना का भव्य आयोजन किया। Online Live Webinar के माध्यम से वाराणसी से श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर के तीर्थ पुरोहित व वैदिक ब्राह्मण पंडित वेंकटेश …
अधरं मधुरं वदनं मधुरं नयनं मधुरं हसितं मधुरं ।हृदयं मधुरं गमनं मधुरं मधुराधिपते रखिलं मधुरं ॥१॥ वचनं मधुरं चरितं मधुरं वसनं मधुरं वलितं मधुरं ।चलितं मधुरं भ्रमितं मधुरं मधुराधिपते रखिलं मधुरं ॥२॥ वेणुर्मधुरो रेणुर्मधुरः पाणिर्मधुरः पादौ मधुरौ ।नृत्यं मधुरं सख्यं मधुरं मधुराधिपते रखिलं मधुरं ॥३॥ गीतं मधुरं पीतं मधुरं भुक्तं मधुरं सुप्तं मधुरं ।रूपं मधुरं …