श्रीराधा कवच

पार्वत्युवाच कैलासवासिन् भगवान् भक्तानुग्रहकारक।                 राधिकाकवचं पुण्यं कथयस्व मम प्रभो।। यद्यस्ति करुणा नाथ त्रहि मां दुःखताभयात्।                 त्वमेव शरणं नाथ शूलपाणे पिनाकधृक्।। शिव उवाच श्रृणुष्व गिरिजे तुभ्यं कवचं पूर्वसंचितम्।                 सर्वरक्षाकरं पुण्यं सर्वहत्याहरं परम्।। हरिभक्तिप्रदं साक्षाद्भुक्तिमुक्तिप्रसाधनम्।                 त्रैलोक्याकर्षणं देवि हरिसान्निध्यकारकम्।। सर्वत्र जयदं देवि सर्वशत्रुभयावहम्।                 सर्वेषां चैव भूतानां मनोवृत्तिहरं परम्।। चतुर्धा मुक्तिजनकं सदानन्दकरं परम्।                 …

श्रीयुगल-कीर्तन स्तुति

।।श्री राधाबल्लभो जयति।। जय राधे जय राधे राधे, जय राधे जय श्री राधे।। जय कृष्णा जय कृष्णा कृष्णा, जय कृष्णा जय श्री कृष्णा।। श्यामा गोरी नित्य किशोरी,  प्रीतम जोरी श्री राधे।। रसिक रसीलौ छैलछबीलौ,  गुन गरबीलौ श्री कृष्णा।। रासबिहारिनि रसविस्तारिनि, पिय उर धारिनि श्री राधे।। नव-नव रंगी नवल त्रिभंगी, श्याम सुअंगी श्री कृष्णा।। प्राणपियारी रूप …

श्रीराधा स्तवन

जयति श्रीराधिके सकल सुख साधिके, तरुनि मनि नित्य नव तन किसोरी। कृष्ण तन नील घन रूप की चातकी, कृष्ण मुख हिम-किरन की चकोरी।। कृष्ण दृग-भृंग विश्राम हित पप्रिनी, कृष्ण-दृग मृगज बंधन सुडोरी। कृष्ण अनुराग मकरंद की मधुकरी, कृष्ण गुन-गान रस-सिंधु-बोरी।। बिमुख पर चित्त ते चित्त याकौ सदा, करत निज नाह की चित्त चोरी। प्रकृत यह …

श्री राधा जी की आरती

जय जय श्री राधे जू मैं शरण तिहारी। लोचन आरती जाऊँ बलिहारी।।जय जय श्री राधे जू… पाट पटम्बर ओढ़े नील सारी। सीस के सैन्दुर जाऊँ बलिहारी।।जय जय श्री राधे जू… रतन सिंहासन बैठे श्री राधे। आरती करें हम पिय संग जोरी।।जय जय श्री राधे जू… झलमल-झलमल मानिक मोती। अब लक मुनि मोहे पिय संग जोरी।।जय …

शेषावतार भगवान श्रीबलराम जी की जयंती “श्रीबलदेव षष्ठी” पर विशेष आलेख

ब्रज के राजा दाऊ दयाल ब्रह्मांड नायक परात्पर परब्रह्म भगवान विष्णु के आधारभूत शैय्या रूप भगवान शेषनाग ने द्वापर युग में श्रीवसुदेवजी की सातवीं संतान और श्रीकृष्ण के बड़े भाई भगवान बलभद्र के रूप में ब्रज मंडल में अवतार लिया। श्रीबलरामजी श्रीकृष्ण की समस्त लीलाओं में, उनके सभी कार्यों में उनके सहयोगी रक्षक मार्गदर्शक भय …

श्रीराधा-कृष्ण की सर्व प्रधान सखी श्री ललिता जी की जयंती ‘श्रीललिता षष्ठी’ पर विशेष आलेख

श्रीललिता सखी ही हैं, त्रिपुर सुन्दरी ललिताम्बा श्रीराधारानी की आठ अति प्रिय सखी मानी गई हैं, जिनकी जन्मस्थली भी श्रीराधारानी की जन्मस्थली बरसाना के आसपास के आठ गांवों में मानी जाती है। इन आठों सखियों में से श्रीराधाजी की सबसे प्रधान सखी श्रीललिता सखी का जन्मस्थान बरसाना के पश्चिम में दो-तीन किलोमीटर की दूरी पर …

श्री बांके बिहारी जी की आरती

श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं।आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं,श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं।बाल कृष्ण तेरी आरती गाऊं॥ मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे।प्यारी बंसी मेरो मन मोहे।देख छवि बलिहारी मैं जाऊं।श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥ चरणों से निकली गंगा प्यारी,जिसने सारी दुनिया तारी।मैं उन चरणों के दर्शन पाऊं।श्री बांके …

प्रियतम और प्रिया जी की युगल आरती

(श्री राधा-रानी जी के मन्दिर, बरसाना की मुख्य आरती) गाओ सखी आरती प्रियतम और प्यारी की।भानु दुलारी की, गिरिवर धारी की, हो रास बिहारी की।। गाओ सखी आरती प्रियतम और प्यारी की… कंचन थार कपूर सजाओ, धूप दीप करि चंवर डुरावौबलि-बलि जाऊँ सखी, प्रियवर और प्यारी की।भानु दुलारी की, गिरिवर धारी की, हो रास बिहारी …

श्रीयुगलकिशोर जी की आरती

आरती युगलकिशोर की कीजै।तन मन धन न्योछावर कीजै॥ गौरश्याम मुख निरखन लीजै।हरि का रूप नयन भरि पीजै॥ रवि शशि कोटि बदन की शोभा।ताहि निरखि मेरो मन लोभा॥ ओढ़े नील पीत पट सारी।कुंजबिहारी गिरिवरधारी॥ फूलन सेज फूल की माला।रत्न सिंहासन बैठे नंदलाला॥ कंचन थार कपूर की बाती।हरि आए निर्मल भई छाती॥ श्री पुरुषोत्तम गिरिवरधारी।आरती करें सकल …

श्रीबालकृष्ण जी की आरती

आरती बालकृष्ण की कीजै, तन मन प्राण, न्योछावर कीजै। श्री यसुदा को परम दुलारो, बाबा की आंखिन को तारो,गोपिन के प्राणन ते प्यारो, इन पर प्राण न्योछावर कीजै।आरती श्रीबालमुकुन्द जी की कीजै… बलदाऊ को छोटो भैया, कनुआ कही-कही बोले याकी मैया,परम मुदित मन लेत बलैया, अपनों सरवस इनको दीजै।।आरती श्रीबालकृष्ण जी की कीजै… श्री राधावर …