स्तुति

पृथ्वी उत्पत्ति स्थल, पृथ्वी विज्ञान ब्रह्माण्डीय चेतना का केंद्र : शूकरक्षेत्र सोरों

30 अगस्त श्री वराह जयंती पर विशेष     आज मंगलवार, दिनांक 30 अगस्त 2022 को भगवान विष्णु के तीसरे अवतार भगवान वराह जी की जयंती है। आपको परिवार सहित ‘श्री वराह जयंती’ की पावन बधाइयां एवं हार्दिक शुभकामनाएं। सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक कथा प्रसंगो, स्तोत्रों, तीर्थ स्थानों, संत महात्माओं, तीज त्योहारों व उत्सवों विषयक जानकारी से …

गणपति पार्थिव उत्सव विग्रह विसर्जन

आनंद और भावुकता के मिले-जुले सागर सागर में हुई गणपति पार्थिव मूर्ति की विदाई ग्यारह दिनों तक चली गणपतिजी की अनवरत भावपूर्ण आराधना निर्विघ्नं और सानंद संपन्न हुयी। इन ग्यारह दिनों में घर के सभी बच्चें, खुद पानी भी पीने से पहले अपने गणेशा को पहले पानी पिलाते थे। अपने नहाने धोने और अपने सजने …

अनंत चतुर्दशी पर विशेष

शेष स्वरुप अनंत भगवान को खीर अत्यंत प्रिय है भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को “अनन्त चतुर्दशी” कहा जाता है। अनंत चतुर्दशी के दिन सात फणों वाले शेष स्वरुप भगवान अनन्त की पूजा का विधान है। आज के दिन भगवान शेष के अनंत स्वरूप की पूजा एवं व्रत करने से व्यक्ति को सभी कष्टों …

श्रीकृष्ण कवच

श्रीमहादेव उवाच त्रैलोक्य विजयस्यास्य कवचस्य प्रजापितः।        ऋषिश्छन्दश्च गायत्री देवी राधेश्वरः स्वयम्।। त्रैलोक्य विजयप्राप्तौ विनियोगः प्रकीर्तितः।        परात्परं च कवचं त्रिषु लोकेषु दुर्लभम्।। प्रणवो मे शिरःपातु श्रीकृष्णाय नमः सदा।        पायात् कपालं कृष्णाय स्वाहा पंचाक्षरः स्मृतः।। कृष्णेति पातु नेत्र च कृष्ण स्वाहेति तारकम्।        हरये नम इत्येवं भ्रूलतां पातु मे सदा।। ॐ गोविन्दाय स्वाहेति नासिकां …

श्रीराधा कवच

पार्वत्युवाच कैलासवासिन् भगवान् भक्तानुग्रहकारक।                 राधिकाकवचं पुण्यं कथयस्व मम प्रभो।। यद्यस्ति करुणा नाथ त्रहि मां दुःखताभयात्।                 त्वमेव शरणं नाथ शूलपाणे पिनाकधृक्।। शिव उवाच श्रृणुष्व गिरिजे तुभ्यं कवचं पूर्वसंचितम्।                 सर्वरक्षाकरं पुण्यं सर्वहत्याहरं परम्।। हरिभक्तिप्रदं साक्षाद्भुक्तिमुक्तिप्रसाधनम्।                 त्रैलोक्याकर्षणं देवि हरिसान्निध्यकारकम्।। सर्वत्र जयदं देवि सर्वशत्रुभयावहम्।                 सर्वेषां चैव भूतानां मनोवृत्तिहरं परम्।। चतुर्धा मुक्तिजनकं सदानन्दकरं परम्।                 …

श्री राधा जी की आरती

जय जय श्री राधे जू मैं शरण तिहारी। लोचन आरती जाऊँ बलिहारी।।जय जय श्री राधे जू… पाट पटम्बर ओढ़े नील सारी। सीस के सैन्दुर जाऊँ बलिहारी।।जय जय श्री राधे जू… रतन सिंहासन बैठे श्री राधे। आरती करें हम पिय संग जोरी।।जय जय श्री राधे जू… झलमल-झलमल मानिक मोती। अब लक मुनि मोहे पिय संग जोरी।।जय …

श्री बांके बिहारी जी की आरती

श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं।आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं,श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं।बाल कृष्ण तेरी आरती गाऊं॥ मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे।प्यारी बंसी मेरो मन मोहे।देख छवि बलिहारी मैं जाऊं।श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥ चरणों से निकली गंगा प्यारी,जिसने सारी दुनिया तारी।मैं उन चरणों के दर्शन पाऊं।श्री बांके …

प्रियतम और प्रिया जी की युगल आरती

(श्री राधा-रानी जी के मन्दिर, बरसाना की मुख्य आरती) गाओ सखी आरती प्रियतम और प्यारी की।भानु दुलारी की, गिरिवर धारी की, हो रास बिहारी की।। गाओ सखी आरती प्रियतम और प्यारी की… कंचन थार कपूर सजाओ, धूप दीप करि चंवर डुरावौबलि-बलि जाऊँ सखी, प्रियवर और प्यारी की।भानु दुलारी की, गिरिवर धारी की, हो रास बिहारी …

श्रीयुगलकिशोर जी की आरती

आरती युगलकिशोर की कीजै।तन मन धन न्योछावर कीजै॥ गौरश्याम मुख निरखन लीजै।हरि का रूप नयन भरि पीजै॥ रवि शशि कोटि बदन की शोभा।ताहि निरखि मेरो मन लोभा॥ ओढ़े नील पीत पट सारी।कुंजबिहारी गिरिवरधारी॥ फूलन सेज फूल की माला।रत्न सिंहासन बैठे नंदलाला॥ कंचन थार कपूर की बाती।हरि आए निर्मल भई छाती॥ श्री पुरुषोत्तम गिरिवरधारी।आरती करें सकल …

श्रीबालकृष्ण जी की आरती

आरती बालकृष्ण की कीजै, तन मन प्राण, न्योछावर कीजै। श्री यसुदा को परम दुलारो, बाबा की आंखिन को तारो,गोपिन के प्राणन ते प्यारो, इन पर प्राण न्योछावर कीजै।आरती श्रीबालमुकुन्द जी की कीजै… बलदाऊ को छोटो भैया, कनुआ कही-कही बोले याकी मैया,परम मुदित मन लेत बलैया, अपनों सरवस इनको दीजै।।आरती श्रीबालकृष्ण जी की कीजै… श्री राधावर …