आनंद और भावुकता के मिले-जुले सागर सागर में हुई गणपति पार्थिव मूर्ति की विदाई ग्यारह दिनों तक चली गणपतिजी की अनवरत भावपूर्ण आराधना निर्विघ्नं और सानंद संपन्न हुयी। इन ग्यारह दिनों में घर के सभी बच्चें, खुद पानी भी पीने से पहले अपने गणेशा को पहले पानी पिलाते थे। अपने नहाने धोने और अपने सजने …