ब्रज ‘सांझी लीला उत्सव’ परम्परा में झलकती है ‘युगल सरकार की दिव्य लीलाऐं’ नवीन गोपनागरम् नवीनकेली लम्पटम्अर्थात : नवीन गोप सखा नटवर, नवीन खेल खेलने के लिए लालायित नित्य नूतन लीला बिहारी द्वारा इस धरा पर उतारे गये साक्षात अपने निजधाम “गोलोक धाम – ब्रजमंडल” के बृज 84 कोस में हर रोज नये त्योहार व …